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चाणक्य IAS एकेडमी की 21वीं वर्षगांठ पर सक्सेस गुरु ने दिये सफलता के टिप्स

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रांची
लालपुर स्थित चाणक्य IAS एकेडमी (Chanakya IAS Academy) की रांची शाखा की 21वीं वर्षगांठ गुरुवार को हर्षोल्लास के साथ मनाई गयी। इसमें बतौर मुख्य अतिथि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी शरीक हुए। मरांडी ने कहा कि मन में लगन, दृढ़ इच्छाशक्ति और जज़्बे के साथ साथ उचित मार्गदर्शन हो तो सफलता की गारंटी है। वहीं चाणक्य IAS एकेडमी के फाउंडर चेयरमैन व सक्सेस गुरु एके मिश्रा ने मौजूद अभ्यर्थियों को सफलता रूपी खुशी के महत्वपूर्ण पहलुओं से अवगत कराया। सक्सेस गुरु ने कहा कि जब तक जीवन है, तब तक संघर्ष है और जब तक संघर्ष है तब तक ही जीवन है। उन्होंने कहा कि हर किसी में महानता हासिल करने की क्षमता होती है, जरूरत है तो उसे जागृत करने की।


5000 से अधिक अभ्यर्थियों ने लहराया 
सक्सेस गुरु एके मिश्रा ने छात्रों को कहा कि सिविल सेवा के क्षेत्र में तैयारी के साथ एक अच्छा प्रशासक बनने में सही व्यक्तित्व का अहम योगदान है। उन्होंने कई बड़ी हस्तियों का उदाहरण देते हुए व्यक्तित्व की विशेषता को समझाया। बताया कि दो अलग व्यक्तित्व वाले लोग कैसे अलग व्यवहार करते हैं।  सकारात्मक सोच के लोग विषम परिस्थिति में भी उभर कर जीवन में खुद को बेहतर पाते हैं। दुनिया में महान लोग बाकी लोगों से सिर्फ इसलिए अलग हैं क्योंकि उन्होंने अपने काम के साथ-साथ अपने व्यक्तित्व का विकास भी किया है। कहा कि चाणक्य अकादमी की शाखाओं में पर्सनालिटी डेवेलपमेंट क्लास को भी जोड़ा जाएगा। वह खुद दिल्ली से आकर इस कक्षा को लेंगे। हर महीने रांची शाखा में भी यह क्लास करवाई जाएगी। 


एकेडमी की देशभर में 25 शाखाएं हैं 

एके मिश्रा ने बताया कि चाणक्य IAS एकेडमी की देशभर में 25 शाखाएं हैं। वर्ष 2003 में रांची में देश की चौथी शाखा खोली गई थी। उन्होंने बताया कि इन 21 वर्षों के दौरान संस्थान ने कई उपलब्धियां हासिल की। इस संस्थान से तैयारी कर बड़ी संख्या में अभ्यर्थी जेपीएससी व यूपीएससी में सफलता हासिल कर रहे हैं। उन्होंने संस्थान के वाइस प्रेसिडेंट विनय मिश्रा के योगदान का भी जिक्र किया। मौके पर बाबूलाल मरांडी को बुके, मोमेन्टो और शॉल देकर समानित किया गया।